भारत_का_असली_सुपरस्टार
ब्लैक टॉप पर चीन का हौसला तोड़ने वाले भारतीय सेना के #कर्नल_रणवीर_सिंह_जामवाल....
29-30 अगस्त की रात जब पैंगोग झील के दक्षिणी किनारे में चीनी सैनिक घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे तब कर्नल रणवीर सिंह ही थे जिन्होंने उनकी इस हरकत को नाकाम कर दिया। उन्हीं की बदौलत भारतीय सेना के जवान उंचे-उंचे पर्वतों पर चढ़ाई कर सके और पहाड़ी इलाकों पर कब्जा भी कर पाए। जामवाल के बेमिसाल नेतृत्व और प्रेरणा से झील इलाके में (जमीन कब्जाने की कोशिश कर रहे चीनी सेना को) भारतीय सेना ने ऐसी पटकनी दी जिसे वह कभी भूल नहीं पाएंगे।
कर्नल जमवाल एक भारतीय सैनिक होने के साथ-साथ पर्वतारोही भी हैं। जो माउंट एवरेस्ट समेत लगभग सभी बड़ी चोटियां फतह कर चुके हैं। यह भारतीय सेना के जाट रेजिंमेट के हिस्सा हैं। वह ऐसे इकलौते अफसर हैं जिन्होंने 7 महाद्वीपों के सबसे उंचे पर्वतों पर चढ़ाई की है। माउंट ऐवरेस्ट पर उन्होंने एक बार नहीं बल्कि 3 बार चढ़ाई की है। पिछले साल उन्होंने अंटार्कटिका की सबसे उंची चोटी माउंट विंसन मेसिफ पर चढ़ाई की थी जिसके बाद वह #पर्वतरोहण_की_सेवन_समिट पूरी करने वाले #पहले_भारतीय_सैनिक बन गए हैं। साल 2013 में कर्नल जामवाल ने इंडो-नेपाल आर्मी एवरेस्ट अभियान को भी लीड किया। कर्नल जामवाल ने भारतीय सेना साल 1994 में एक सिपाही के तौर पर ज्वाइंन किया था, जिसके बाद उन्होंने ऑफिसर का एग्जाम दिया जिसमें वह पास हुए और साल 1998 में भारतीय मिलिट्री अकेडमी ज्वाइंन कर लिया। जामवाल के पिता भी एक सैनिक थे। फिलहाल रणवीर सिंह जामवाल दुनिया के सबसे बेहतरीन पर्वतारोहियों में शमिल हो गए हैं। जिसके लिए साल 2013 में उन्हें #तेनजिंग_नोरगे_सम्मान से भी सम्मानित किया गया था।
साभार
#जयहिंद
#जय_हिंदू_राष्ट्र
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